(4) “भूतों अर्थात् जीवों द्वारा होने वाला (दुख)' - वाक्य के लिए एक शब्द बताइये ।
(5) “ऊँट की चोरी निहुरे निहुरे" का अर्थ है
(6) निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न संख्या 56 से 60 तर्क का सही विकल्प चुनकर उत्तर दीजिए । धर्म पालन काले के मार में सबसे अधिक बाधा चित्त की चंचलता, उद्देश्य की अस्थिसता और मन की निर्बलता से पड़ती है । मतुष्य के कर्तव्य मार्ग में एक ओर तो आत्मा के बुर-भले कामों का ज्ञान दूसरी ओर आलस्य और स्वार्धपरता रहती है । बस मनुष्य इन्हीं दोनों के बौच में पड़ा एहा है । अंत में यदि उसका मन पक्का हुआ, तो वह आत्मा की आज्ञा मानकर अपना धर्म पालन करता है, पर उसका मन दुविधा में पड़ा रहा है, तो स्वार्धपरता उसे निश्चित ही घेरेगी और उसका चित्र घृणा के योग्य हो जायेगा । इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि आत्मा जिस बात को करने की प्रवृत्ति दें, उसे बिना स्वार्थ सोचें, झटपट कर डालना चाहिए । इस संसार में जितने बड़े-बड़े लोग हुए हैं सप्नी ने आपने कर्तव्य को सबसे श्रेष्ठ माना है, क्योंकि जितने कर्म उन्होंने किए उन सबने अपने कर्तव्य पर ध्यान देकर न्याय का बर्ताव किया । जिन जातियों में यह गुण पाया जाता है । वे ही संसार में उन्नति करती हैं और संसार में उनका नाम आदर से लिया जाता है । जो लोग स्वाधी होकर अपने कर्तव्य पर ध्यान नहीं देते, वे संसार में 'लज्जित होते हैं और सब लोग उनसे घृणा करते हैं । धर्म पालन के में बाधा डालने वाली प्रवृत्तियाँ कौन-सी हैं ?
(7) संसार के बड़े-बड़े लोगों ने सबसे श्रेष्ठ माना है
(8) “निर्बलता' शब्द में उपसर्ग और प्रत्यय का सही विकल्प है
(9) “कायर' की भाववाचक संज्ञा है
(10) अपना मतलब निकालने वाला' के लिए उचित शब्द क्या है ?
(11) “कर्मबाच्य' में क्रिया किसके अनुसार होती है ?
(12) “सप्त चत्वारिंशत्' कौन संख्या है ?.
(13) सन्नातू सब्जायते,क़ाम: ' में सूब्रप्रवृत्त हुआ है
(14) “पर्यध्ययन:' उदाहरण है
(15) 'ज्ञा' धातु लिट् लकार उत्तम पुरुष एकवचन का रूप है
(16) “राजा विप्राय गां ददाति' का वाच्य परिवर्तन होगा
(17) “गुरु: शिष्य पाठयति' वाक्य का वाच्य परवर्तन होगा
(18) “बागर्थाविव सम्पृक्ती वागर्थप्रतिपत्तयं पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(19) “बालक को लड्डू'अच्छा लगता है' - इस वाक्य का संस्कृत अनुवाद होगा
(20) निम्त में कौन-सा ग्रन्थ 'महाभारत' पर आश्रित नहीं है ?